कैलकेरिया सल्फ्यूरिका ( CALCAREA SULPHURICA ) के व्यापक लक्षण, मुख्य रोग व फायदों का विश्लेषण-
" कैलकेरिया सल्फ्यूरिका की प्रकृति "
ठंडे पानी से स्नान करने से, खुली हवा से , फोड़े - फुंसी पर सेक करने से रोग के लक्षणों में कमी आती हैं। जबकि स्पर्श से, नम हवा से रोग के लक्षणों में वृद्धि होती हैं।
" शरीर में कहीं भी पस पड़ जाना "
शरीर के किसी स्थान पर पस पड़ जाना इस औषधि का मुख्य लक्षण हैं । जब घाव फूट जाए, उसमें से लगातार पस निकलता रहे और वह ठीक नहीं हो रहा हो तब कैलकेरिया सल्फ्यूरिका लाभप्रद होती हैं । जब घाव से पस खुद मार्ग बनाकर निकले तब कैलकेरिया सल्फ्यूरिका कारगर होती हैं ।
" कैलकेरिया और सल्फर दोनों के लक्षण मिलने पर "
यह औषधि कैलकेरिया तथा सल्फर के मिश्रण से बनी हैं , इसलिए इन दोनों के लक्षण मिले - जुले होते हैं और कनफ्यूजन की स्थिति हो तो कैलकेरिया सल्फ्यूरिका का प्रयोग किया जाता हैं ।
" ब्राइट्स रोग में फायदेमंद "
जिसके गुर्दे में दिन रात दर्द रहता हो, उसके पेशाब में पस आती हो और लम्बे समय से आ रही हो तो यह ब्राइट्स रोग होता हैं । इसमें कैलकेरिया सल्फ्यूरिका देने से लाभ होता हैं ।
" कैलकेरिया सल्फ्यूरिका की शक्ति तथा प्रकृति "
कैलकेरिया सल्फ्यूरिका की उच्च शक्ति अधिक लाभप्रद होती हैं। यह ऊष्ण प्रकृति की औषधि हैं ।
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